NCERT 8th Science Chapter 5 Coal and Petroleum

हैलो बच्चों ! आज के इस लेख मे हम Coal and Petroleum के बारें मे जानेंगे ।

आप दिन भर विभिन्न प्रकार के कार्य संपादित करते है । इन सब के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है ।

क्या आप जानते है, आपको भी कार्य करने के लिए ऊर्जा की जरूरत होती है ।

यदि पूर्ति श्वसन के दौरान होती है । ऐसे ही आप भोजन करते है ।

भोजन को पहले पकाया जाता है । इसके पश्चात खाया जाता है ।

भोजन को पकाने के लिए आप लकड़ी, कोयला आदि काम मे लेते है ।

इन्हे ही ईंधन कहा जाता है । इसके साथ मृदा, वायु, जल, खनिज भी पाए जाते है ।

प्रकृति मे इन्हे संसाधन कहा जाता है । यहीं संसाधन दो प्रकार के होते है ।

संसाधन के प्रकार :

दो प्रकार होते है –

  • प्राकृतिक संसाधन
  • कृत्रिम संसाधन

उपलब्धता के आधार पर संसाधनों के प्रकार :

  • अक्षय प्राकृतिक संसाधन
  • समाप्त होने वाले प्राकृतिक संसाधन

अक्षय प्राकृतिक संसाधन :

प्राकृतिक संसाधन जो कभी भी समाप्त नहीं होंगे । अक्षय प्राकृतिक संसाधन कहलाते है ।

उदाहरण के तौर पर सूर्य का प्रकाश, वायु आदि ।

समाप्त होने वाले प्राकृतिक संसाधन :

ये संसाधन सीमित मात्रा मे पाए जाते है । (Coal and Petroleum)

इनका यदि सीमित उपयोग नहीं किया गया तो यह समाप्त हो जाएंगे ।

जैसे वन, वन्यजीव,कोयला, खनिज आदि ।

कोयला :

यह एक जीवाश्म ईंधन है । घरों मे खाना पकाने के लिए इसका उपयोग किया जाता है ।

मृत वनस्पति के धीमे प्रक्रम द्वारा कोयले मे परिवर्तन को कार्बनीकरण कहते है ।

कोयले को ऑक्सीजन की उपस्थिति मे गर्म करने कार्बन डाई ऑक्साइड गैस निकलती है ।

इससे कोक, कोलतार एवं कोयला गैस प्राप्त किये जाते है ।

कोक का उपयोग इस्पात के औधोगिक निर्माण मे किया जाता है ।

कोलतार अप्रिय गंध वाला काला गाड़ा द्रव है । जो लगभग 200 पदार्थों से मिलकर बना होता है ।

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